आर्य समाज जोधपुर के बारे में

1875 से सेवा में समर्पित, विवाह संस्कार में अग्रणी

आर्य समाज का इतिहास
महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित

आर्य समाज की स्थापना 1875 में महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा की गई थी। यह एक धार्मिक और सामाजिक सुधार संगठन है जो वैदिक धर्म के सिद्धांतों पर आधारित है।

आर्य समाज का मूल सिद्धांत “कृण्वन्तो विश्वमार्यम्” है, जिसका अर्थ है “संसार को आर्य बनाना”। यह संगठन शिक्षा, समाज सुधार, और धर्म प्रचार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाता है।

जोधपुर में आर्य समाज
राजस्थान की मरुभूमि में वैदिक संस्कृति

जोधपुर में आर्य समाज की स्थापना के बाद से यह संस्था निरंतर समाज सेवा में लगी हुई है। यहाँ विशेष रूप से विवाह संस्कार की सुविधा प्रदान की जाती है।

हमारे मंदिर में प्रतिदिन हवन, प्रवचन और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। विवाह के अतिरिक्त नामकरण, मुंडन, यज्ञोपवीत जैसे संस्कार भी संपन्न होते हैं।

हमारी विवाह सेवाएं
सरल, शीघ्र और वैधानिक
  • वैदिक मंत्रों के साथ विवाह संस्कार
  • कानूनी रूप से मान्य विवाह प्रमाण पत्र
  • एक ही दिन में संपूर्ण प्रक्रिया
  • न्यूनतम दस्तावेज़ की आवश्यकता
  • अंतरजातीय विवाह की सुविधा
  • प्रेम विवाह और कोर्ट मैरिज
  • सभी धर्मों के लिए स्वीकार्य
हमारे सिद्धांत
वैदिक मूल्यों पर आधारित

सत्य पर आधारित

सत्य ही हमारा मूल सिद्धांत है

समानता

सभी जातियों में समानता

शिक्षा

शिक्षा सभी के लिए आवश्यक

सेवा भाव

निस्वार्थ सेवा का भाव

संपर्क जानकारी
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पता: Arya Samaj Jodhpur, High Court Rd, Jodhpur, Rajasthan 342008

फोन: +91 82098 24293

ईमेल: jodhpuraryasamaj@gmail.com

समय: सोमवार - शनिवार: 9:00 - 18:00, रविवार: 9:00 - 13:00

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